वाराणसी: महाशिवरात्रि के मौके पर बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने पहुंच हजारों श्रद्धालु, प्रशासन मुस्तैद

Smart News Team, Last updated: Thu, 11th Mar 2021, 9:02 AM IST
  • महाशिवरात्रि के मौके पर हजारों श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने के लिए वाराणसी पहुंच गए है. देर शाम से मंदिर के बाहर शिवभक्तों की लबी लाइने लगनी शुरु हो गई थी. मंगला आरती के बाद शिव भक्तों के लिए मंदिरों के कपाट को खोल दिया गया.
महाशिवरात्रि के मौके बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने पहुंचे हजारों शिव भक्त.( सांकेतिक फोटो )

वाराणसी: महाशिवरात्रि के मौके पर हजारों श्रद्धालु महादेव के दर्शन करने के लिए काशी पहुंचे है. वाराणसी में हर तरफ बम-बम भोले की गूंज सुनाई दे रही है. बुधवार की देर शाम से ही काशी विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए लोगों की कतार मंदिर के बाहर लगनी शुरू हो गई थी. इसके अलावा हज़ारों शिवभक्तों ने मणिकर्णिका घाट से पंचकोशी यात्रा की शुरूआत की. मंगला आरती के बाद मंदिरों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए.

बुधवार के देर शाम से ही काशी विश्वनाथ मंदिर, कैथी के मारकंडे महादेव, रामेश्वर मंदिर, बीएचयू में विश्वनाथ मंदिर और महामृत्युंजय मंदिर समेत दर्जनों प्रसिद्ध मंदिरों के सामने लाखों भोले के भक्तों की कतार लगनी शुरू हो गई. देर रात शिवभक्तों ने मणिकर्णिका घाट से पंचकोशी यात्रा की शुरुआत की. पैदल चलते हुए सुबह बाबा विश्वनाथ को जल अर्पित करके शिवभकतों ने अपनी यात्रा पूरी की.

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विश्वनाथ कॉरिडोर देखने का भी मौका

शिव रात्रि के मौके पर श्रद्धालु को विश्वनाथ कॉरिडोर को देखने का मौका भी मिलेगा. मैदागिन की ओर से आने वाले भक्त पांचों पंडवा की ओर से होकर गर्भगृह की ओर भेजे जा रहे हैं. गोदौलिया से आने वाले भक्तों को बांसफाटक से ढुंढिराज गणेश मंदिर होकर दर्शन के लिए जाना हो रहा है. इनकी निकासी निर्माणाधीन कॉरिडोर की ओर से अलग-अलग गेट के जरिए कराई जा रही है. कॉरीडोर में चल रहे निर्माण के बीच भक्तों को सुरक्षित निकालने के लिए मंदिर प्रबंधन की ओर से व्यवस्था की गई है.

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गर्भ गृह में जाने पर रोक

भक्तों की भीड़ के अनुमान को देखते हुए मंदिर प्रशासन की ओर से स्पर्श दर्शन पर रोक लगा दी गई है. भक्तों को बाबा विश्वनाथ के झांकी दर्शन ही प्राप्त हो रहे हैं. किसी को भी गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति नहीं है. जल एवं दूध अर्पण करने के लिए गर्भगृह के चारों द्वारों के बाहर पीतल के विशाल पात्र लगाए गए है। इनके नीचे लगी तांबे की प्लेट के माध्यम से जल एवं दूध बाबा के गर्भगृह तक भेजा जा रहा है. बाबा के गर्भ गृह की गतिविधियां लाइव दिखाने के लिए कॉरिडोर में विशाल एलईडी स्क्रीन लगाई गई है.

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पुलिस प्रशासन मुस्तैद

बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के प्रशासन ने खास इंतजाम किए है. पुलिस ने सुरक्षा के लिए आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के 30 कमांडो तैनात किया गया है. इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभालने वाली फोर्स का नेतृत्व 10 एडिशनल एसपी, 25 डिप्टी एसपी, 415 दरोगा-इंस्पेक्टर और 1250 सिपाही-हेड कांस्टेबल तैनात किया गया हैं. 200 महिला-पुरुष पुलिसकर्मी को सादे कपड़ों में तैनात किया गया है.

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