वाराणसी चोलापुर में क्षेत्र तेज रफ्तार सफारी ने शिक्षिका समेत तीन को कुचला
- वाराणसी चोलापुर थाना क्षेत्र के नेहिया ग्राम के पास सड़क पर देर रात चार पहिया वाहनों की रेस लगाने के दौरान एक अनियंत्रित सफारी के धक्के से शिक्षिका की मौत हो गई। वहीं दो अन्य युवक गम्भीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्ट के लिए भेज दिया और घायलों को अस्पताल भेजवाया।

वाराणसी चोलापुर थाना क्षेत्र के नेहिया ग्राम के पास सड़क पर देर रात चार पहिया वाहनों की रेस लगाने के दौरान एक अनियंत्रित सफारी के धक्के से शिक्षिका की मौत हो गई। वहीं दो अन्य युवक गम्भीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्ट के लिए भेज दिया और घायलों को अस्पताल भेजवाया।
बता दें, नेहिया ग्राम स्थित प्राथमिक पाठशाला के पास उक्त पाठशाला में कार्यरत शिक्षिका मधुलिका देवी (39) पत्नी संजय का मकान स्थित है। वह शनिवार देर शाम घर के सामने सड़क उस पार कूड़ा फेंकने गई हुई थीं। इसी दौरान मोहांव से बाबतपुर की तरफ जा रही अनियंत्रित सफारी ने मौके से गुजर रहे नेहिया ग्राम निवासी दो युवक प्रदीप (16) और सनी (15) को जोरदार टक्कर मार दी। इसके बाद सड़क पार कर रही शिक्षिका मधुलिका को कुचलते हुए विद्युत पोल से टकराकर लगभग 50 मीटर दूर सड़क किनारे खेत में पलट गई।
घटना में गम्भीर रूप से घायल शिक्षिका की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। वहीं दोनों किशोरों की भी स्थिति गमीर बनी हुई है। घटना के बाद सफारी सवार चार लोगों में से तीन मौके से फरार हो गए जबकि एक को ग्रामीणों ने पकड़ लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मोहांव से बाबतपुर की तरफ जा रहे तीन वाहन आपस में रेस लगाकर अत्याधिक रफ्तार से एक दूसरे से ओवरटेक करने का प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान सफारी चालक ने अपना नियंत्रण खो दिया, जिससे यह दर्दनाक हादसा हो गया। मौके पर ग्रामीण सड़क जाम करते हुए मुआवजा एवं सफारी सवार फरार अन्य तीन लोगों को भी गिरफ्तार कर मौके पर लाए जाने की मांग करने लगे। वहीं, आक्रोशित ग्रामीणों ने सफारी वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया मौजूद लोगों के अनुसार वाहन में शराब की बोतलें भी मिली। मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष चोलापुर कुलदीप दुबे ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर जाम समाप्त कराया। मृतक शिक्षिका के दो वर्षीय पुत्री है पति संजय घर पर रहते हैं।
उक्त घटनास्थल पर सड़क का तीव्र मोड़ है। यहां पर इसके पूर्व भी कई बार वाहनों की अनियंत्रित होने से दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। कई बार ग्रामीण चक्काजाम करते हुए ब्रेकर बनाने की मांग कर चुके हैं लेकिन ग्रामीणों की मांग को दरकिनार कर दिया गया जिससे बार-बार दुर्घटना हो रही हैं।
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