टोक्यो ओलंपिक: हॉकी प्लेयर ललित कुमार को CM योगी का तोहफा, मिलेगा 1 करोड़-नौकरी

Smart News Team, Last updated: Thu, 5th Aug 2021, 4:32 PM IST
वाराणसी के ललित कुमार को यूपी सरकार तोहफे के रुप में 1 करोड़ रुपये और गजेटेड ऑफिसर की नौकरी देने वाली है. ललित ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य हैं.  
भारतीय हॉकी टीम प्लेयर ललित कुमार उपाध्याय

वाराणसी. ऑलंपिक में चार दशक बाद भारत को कांस्य पदक जीताने वाली पुरुष हॉकी टीम के सदस्य  रहे उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के  ललित कुमार उपाध्याय को अब राज्य सरकार की ओर से तोहफा मिलेगा. इस तोहफे में राज्य सरकार ललित  कुमार को एक करोड़ रुपये इनाम के रुप में देनी वाली है. इसके साथ ही राज्य सरकार ने घोषणा की है कि ललित कुमार को राजपत्रित अधिकारी (गेज़ेटेड ऑफिसर) का पद भी दिया जाएगा. इससे पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ओलंपिक में शामिल हुए यूपी के 10 खिलाड़ियों के लिए राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में रिजर्व सीट रखने की बात की थी. इसके साथ ही टोक्यो जा रहे खिलाड़ियों के साथ बातचीत करके सीएम योगी ने सभी खिलाड़ियों का हौंसला भी बढ़ाया था.

भारत को 41  साल बाद ओलंपिक में हॉकी में मेडल मिला है. भारत और जर्मनी के बीच हुए इस मुकाबले में भारत के खिलाड़ियों ने दमदार मुकाबला किया और 5-4 के स्कोर से जर्मनी को मात देते हुए कांस्य पदक अपने नाम कर लिया. पहले जर्मनी ने 1-0 से बढ़त बनाई तो भारत ने गोल कर स्कोर 1-1 कर दिया. जर्मनी ने इसके बाद लगातार दो गोल कर स्कोर 3-1 कर दिया था तो वहीं भारत ने भी लगातार 2 गोल कर 5-3 से बढ़त बना ली. वहीं जर्मनी ने गोल कर स्कोर 4-5 कर दिया था.  

Video: लखनऊ कैब ड्राइवर ने दी आत्महत्या की धमकी, कहा- महिला को गिरफ्तार किया जाए

हालांकि भारत की तरफ से खेल की शुरूआत ठीक नहीं हुई थी और जर्मनी ने 2 गोल लगाकर भारतीय टीम पर दबाव और बढ़ा दिया था. वहीं इसके बाद ही भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने गेम में जबरदस्त वापसी की और टीम 2 मिनट में मैच में 5-4 के स्कोर तक पहुंच गई. इंडियन टीम की ओर से सिमरनजीत सिंह ने मैच में 2 गोल करके गेम मे भारत की वापसी कराई. शुरुआत में जर्मनी काफी आक्रामक दिखा वहीं भारतीय टीम ने भी जर्मनी का जमकर डिफेंस किया और स्कोर करने से लगातार रोकती रही. इस दौरान गोलकीपर श्रीजेश ने भी जर्मनी के प्लेयरों को गोल करने का जल्दी से मौका नहीं दिया और साथ ही कई पैनल्टी स्ट्राइक भी रोकी.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें