वाराणसी में RTE के तहत होने वाले दाखिले में कम हुई डेढ़ हजार सीटें, जानें क्यों

Smart News Team, Last updated: Fri, 6th Aug 2021, 7:40 AM IST
  • वाराणसी जिले में शिक्षा के अधिकार(आरटीई, RTE) के तहत प्राइवेट स्कूलों में दाखिले के मौके कम हो जाएंगे. क्लास एक में पिछले साल के मुकाबले डेढ़ हजार सीटें कम हो गई है. स्कूल मैपिंग होने के कारण 35 स्कूल बाहर हो गए हैं.
RTE ACT

वाराणसी. इस बार वाराणसी जिले में शिक्षा के अधिकार(आरटीई) के तहत प्राइवेट स्कूलों में दाखिले के मौके कम हो जाएंगे. क्लास एक में पिछले साल के मुकाबले डेढ़ हजार सीटें कम हो गई है. स्कूल मैपिंग होने के कारण 35 स्कूल बाहर हो गए हैं.

इस साल 950 स्कूलों में 9 हजार 464 सीटें हैं. इसमें करीब तीन हजार सीटें नगरीय क्षेत्र के स्कूलों में हैं. पिछले साल कई स्कूल पोर्टल में को दर्ज थे लेकिन उनका कोई अस्तित्व नहीं था. ऐसे स्कूलों में सीटों को गिन लिया गया था. बच्चों को स्कूल भी आवंटित हो गया था. स्कूल जाने पर पता चला कि यह तो बंद है. इनमें हुए एडमिशन वाले बच्चों को दूसरे स्कूलों में शिफ्ट करना पड़ा. कुछ ऐसे स्कूल भी थे जिनकी एंट्री आरटीई पोर्टल पर दो बार हो गई. कुछ स्कूल इस साल नहीं चल रहे हैं. इस तरह से 35 स्कूल पोर्टल से बाहर कर दिए गए हैं. 

आरटीई पोर्टल पर स्कूलों को रजिस्ट्रेशन कराने के लिए 25 फरवरी तक का समय दिया गया था. इसके  बाद भी करीब एक दर्जन स्कूलों ने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है. इसके बाद यू डायस कोड में इन स्कूलों ने क्लास एक में जितनी सीटों की संख्या बताई थी, उसका 25 प्रतिशत आरटीई के लिए आरक्षित कर दिया गया है.

आपको बता दें कि अनुसूचित जाति(एससी), अनुसूचित जनजातिन(एसटी), अन्य पिछड़ा वर्ग, कैंसर  पीड़ित अभिभावक के बच्चे, एचआईवी पीड़ित के बच्चे, विकलांग, गरीब और ट्रांसजेंडक के बच्चों को आरटीई के तहत दाखिले का लाभ मिलेगा. आरटीई के जिला समन्वयक विमल केशरी ने बताया कि आरटीई के तहत निजी स्कूलों में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गई है. पहले चरण का फार्म 25 मार्च तक भरा जाएगा.

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