प्राइमरी स्कूलों में लंबे समय के बाद दिखी चहल-पहल, माथे पर टीका और फूलों से पहले दिन छात्रों का स्वागत
- उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कारण डेढ़ सालों से बंद पड़े प्राइमरी स्कूलों में रौनक एक बार फिर लौट आई है. बच्चे स्कूल के पहुंचने पर शिक्षकों ने तिलक लगाकर और पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया. कोरोना संक्रमण के खतरे के खतरे को देखते हुए प्रदेश के सभी प्राथमिक विद्यालयों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए पढ़ाई फिर से शुरू की गई.
वाराणसी. कोरोना माहमारी के कारण उत्तर प्रदेश में 18 महीनों से बंद सभी प्राथमिक विद्यालय शासन के निर्देश पर आज खोल दिए गए. कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शिक्षकों ने स्कूल आने वाले बच्चों को पहले तिलक लगाया फिर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया. लंबे अरसे के बाद स्कूलों में लौटी बच्चों की चहल-पहल से शिक्षकों के चेहरे खिल उठे. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में सेनेटाइजर और थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था भी की गई है.
स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए कक्षाओं में बच्चों को एक निश्चित दूरी पर बैठाया गया. वहीं कई महीनों बाद विद्यालय आकर बच्चे भी खुश और उत्साहित नजर आये. ऑनलाइन कक्षाओं में एक-दूसरे को सिर्फ नाम से पहचानने वाले बच्चे अपने साथियों से पहली बार रूबरू होकर खुश हुए. शिक्षकों ने भी बच्चों का परिचय एक-दूसरे से कराया. स्कूल शिक्षकों ने बच्चों को आपस में दूरी बनाकर रहने, खाली पीरियड में बाहर नहीं घूमने और अपना लंचबॉक्स और पानी एक दूसरे से शेयर न करने की हिदायत दी.
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आपको बता दें कि शासन ने स्कूलों को दो पालियों में खोलने के आदेश दिए हैं. लेकिन अभी स्कूलों में एक ही पाली चल रही है क्योंकि ज्यादातर अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजने की अनुमति नहीं दी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर बच्चों को शुभकामनाएं दी है. मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कोरोना के कारण पिछले कई महीनों से बंद विद्यालय आज 1 सितंबर से पुनः प्रारम्भ हो रहे हैं. सभी बच्चों को ढेर सारी शुभकामनाएं. सभी गुरुजनों से विनम्र आग्रह है कि बच्चों का ध्यान रखें। हर हाल में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कराने में अपना योगदान दें.
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वहीं वाराणसी के प्राथमिक विद्यालय चंद्रावती की शिक्षिका ने संस्कृत मंत्रोच्चार और पुष्पवर्षा के साथ बच्चों का स्वागत किया. स्कूल के गेट पर बच्चों का टेम्परेचर चेक कर कक्षाओं में प्रवेश दिया गया. शिक्षकों ने शासन द्वारा निर्धारित कोरोना प्रोटोकॉल के तहत पठन-पाठन शुरू कराया.
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