शव का हेराफेरी भरा दाह संस्कार, BHU पर केस करेगी ACMO और पूर्व SHO की फैमिली

Smart News Team, Last updated: Wed, 12th Aug 2020, 5:16 PM IST
  • बीएचयू अस्पताल ने लापरवाही दिखाते हुए वाराणसी स्वास्थ्य विभाग के ACMO की कोरोना से मौत के बाद उनके परिवार को किसी दूसरे व्यक्ति का शव दे दिया. उन्होंने शव का अंतिम संस्कार भी शुरू कर दिया. इस बीत जब हकीकत मालूम पड़ी तो सबके होश उड़ गए.
बीएचयू अस्पताल पर केस की तैयारी में दोनों परिवार (प्रतीकात्मक तस्वीर)

वाराणसी. बीएचयू कोविड-19 अस्पताल में जिला स्वास्थ्य विभाग के एसीएमओ के परिवार को पूर्व एसएचओ अनुपम श्रीवास्त के पिता का शव दे दिया. एसएमओ के परिजनों ने कोरोना की वजह से पैक शव का अंतिम संस्कार करना शुरू कर दिया. इसी दौरान उन्हें यह बात मालूम हुई कि वह किसी और का अंतिम संस्कार कर रहे हैं तो उनके होश उड़ गए. अब दोनों परिवार अस्पताल की इस लापरवाही को लेकर पुलिस केस करने की तैयारी में हैं.

वाराणसी को कोरोना से बचाने की लड़ाई लड़ते कोविड 19 से शहीद हो गए ACMO जंगबहादुर

मालूम हो कि एसएचओ भेलूपुर रह चुके अनुपम श्रीवास्तव के पिता केशव चंद्र श्रीवास्तव का शव वाराणसी एसीएमओ जंगबहादुर के परिवार को सौंप दिया गया था.अनुपम श्रीवास्तव का कहना है कि बीएचयू अस्पताल की लापरवाही से उनके पिता की मौत हुई है.

BHU शव हेराफेरी, वाराणसी ACMO की फैमिली ने पूर्व SHO के पिता का दाह संस्कार किया

बीएचयू में इस संबंध में केशव के परिजनों ने जमकर भी हंगामा किया. अस्पताल की ओर से जंगबहादुर का शव घाट पर भेजा गया और उसके बाद दोनों परिजनों ने अंतिम संस्कार की प्रकिया करते हुए मृत प्रमाणपत्र आपस मे एकदूसरे को दिए. बीएचयू के इस कारनामे को लेकर घाट पर पहुँचे परिजनो में भी काफी आक्रोश था.

वाराणसी एसीएमओ के बेटे का इस संबंध में कहना है कि वे सुबह 10 बजे बीएचयू पहुंचे. जहां उन्हें बताया गया कि उनके पिता का शव 12 नंबर के बक्से में शव है. परिवार शव को लेकर सीधा घाट चला गया और अंतिम संस्कार शुरू कर दिया. इसी दौरान अर्दली बाजार के लोगों ने आकर उन्हें जानकारी दी कि वह उनके पिता का शव नहीं है.

 

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