बनारस में मरने के तीन दिन बाद गांव-गांव भटकने पर बंजारा औरत को कब्र मिली
- वाराणसी के गांव में बंजारा मुस्लिम महिला की मौत होने के बाद 3 दिन तक भी महिला के शव को नहीं दफनाया जा सका. परिवार वालों के दर-दर भटकने के बाद मोहनसराय के मुस्लिम समुदाय ने महिला के शव को दफनाने के लिए जगह दी है.

वाराणसी. रोहनिया थाना क्षेत्र के काशीपुर गांव में एक बंजारा मुस्लिम परिवार अपने मृत परिजन के शव को दफनाने के लिए जमीन ना मिलने से 3 दिनों से भटक रहे हैं. दरअसल यह बंजारा परिवार काशीपुर के ही एक बगीचे में डेरा डालकर रहता है. इस परिवार के एक बुजुर्ग महिला सदरुल कि बुधवार को मौत हो गई. जिसके बाद से जमीन ना मिलने के कारण महिला के शव को नहीं दफनाया जा सका.
तमाम प्रयासों के बाद महिला के परिवार ने उसे देउरा गांव में ही दफनाने का फैसला किया. उन्होंने उसे दफनाने के लिए कुछ गड्ढा खोद भी लिया था लेकिन ग्रामीणों के विरोध के कारण वहां दफनाने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई. इसके बाद परिवार नहीं बंदेपुर गांव में भी बात की लेकिन वहां भी ग्रामीण इसके लिए राजी नहीं हुए .
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इस संबंध में काशीपुर के ग्राम प्रधान के पुत्र ने बंजारे की समस्या को लेकर राजातालाब तहसील, रोहनिया पुलिस थाना, मातल देई पुलिस चौकी और सीओ सदर को इसके बारे में फोन से सूचना दी. लेकिन प्रशासन की तरफ से इस समस्या का कोई भी समाधान नहीं निकला.
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शुक्रवार सुबह मृतक के परिवार के लोगों द्वारा मोहनसराय मुस्लिम बस्ती में जाकर बात की गई. इसके बाद बस्ती के लोगों के तैयार होने पर वहां गड्ढा खोदकर महिला को दफनाने की प्रक्रिया चल रही है. शाम 5 बजे महिला को दफनाया जाएगा.
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