भूमि पूजन की पूर्व संध्या पर राममय हुई काशी, सजे दीप और झालर
- अयोध्या में राममंदिर भूमिपूजन की पूर्व संध्या पर बाबा विश्वनाथ की काशी राममय हो गई। साज-सज्जा के बाद शहर के प्रमुख चौराहे दीपों और झालरों की रोशनी में जगमग हो उठे। वहीं मठों, आश्रमों और देवालयों में सुंदरकांड का पाठ भी शुरू हुआ

अयोध्या में राम मंदिर भूमिपूजन की पूर्व संध्या पर बाबा विश्वनाथ की काशी राममय हो गई। ऐसा लग रहा था कि शिव की नगरी काशी राम की भक्ति में लीन हो। शहर के प्रमुख चौराहे दीपों और झालरों की रोशनी से जगमगा उठे। वहीं यहाँ के मठों, आश्रमों और देवालयों में सुंदरकांड का पाठ भी शुरू हो गया। शहर से लेकर गांव-गांव तक भगवा लहराने लगा। बुधवार को अयोध्या में राम लला के लिए बनने न रहे मन्दिर के भूमि पूजन के साथ ही वाराणसी में भी सैकड़ों स्थानों पर विविध धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे। साधु-संतों के साथ ही साथ काशी के कलाकार भी इस ऐतिहासिक क्षण को अपनी विधाओं के माध्यम से अपने हृदय में संजो कर इसे यादगार बनाने के लिए तत्पर हैं।
रामभक्तों के पाँच सौ वर्षों के इंतजार की घड़ी अब समाप्त हो गई है। टेन्ट में लम्बा समय गुजारने के बाद राम लला के लिए निर्माण होने जा रहे भव्य राम मन्दिर का भूमि पूजन बुधवार को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों सम्पन्न होगा। इस ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनने के लिए पीएम का संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी पूरी तरह तैयार है। यहाँ एक दिन पूर्व से ही प्रमुख चौराहों, मठ, मन्दिरों और देवालयों को दीपों और झालरों से सजा दिया गया है।
राम मंदिर भूमि पूजन की पूर्व संध्या पर यह विहंगम दृश्य देख ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो काशी विश्वनाथ की नगरी इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए श्रृंगार कर के तैयार हो। वहीं भाजपा सहित कई राजनीतिक संगठनों ने मंगलवार को पूरे दिन शहर में मिट्टी के दीयों का वितरण किया। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल समेत संघ परिवार ने बुधवार को काशी में दीवाली मनाने की तैयारी की है।
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