वाराणसी DM के आदेश ने बढ़ा दी गर्भवती टीचरों की परेशानी, जानिए पूरा मामला

वाराणसी. वाराणसी डीएम कौशल राज शर्मा द्वारा 28 अगस्त तक कर्मियों के टीकाकरण का प्रमाणपत्र जमा नहीं करवाने पर वेतन रोक दिए जाने के आदेश के बाद परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत गर्भवती शिक्षिकाओं व बीमार शिक्षक के सामने गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है. डीएम के आदेश के बाद वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा वाराणसी ने कार्रवाई करते हुए ऐसे सभी कर्मियों जिन्होंने किसी कारणवश कोरोना के दोनों डोज के टीकाकरण का प्रमाणपत्र जमा नहीं करवा पाए थे उनका वेतन रोक दिया है.
जिला वरिष्ठउपाध्यक्ष एवं अध्यक्ष उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ काशी विद्यापीठ वाराणसी सनत कुमार सिंह ने विभाग से कहा है कि गर्भवती शिक्षिकाओं और अन्य बीमारी से ग्रस्त शिक्षकों जो कोविड 19 का टीका नहीं लगवा सके उन शिक्षकों का वेतन अविलंब भुगतान किया जाना बहुत जरूरी है. वेतन के आभाव में उनके उपचार में या दवाई लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यदि कर्मियों का वेतन समय पर भुगतान नहीं होता है और दवा या उपचार के अभाव में किसी शिक्षक के साथ कोई अप्रिय घटना घटित होती है तो उसके लिए विभाग जिम्मेंदार होगा. सनत कुमार सिंह ने कहा है कि अगस्त में रोका गया वेतन जल्द अबिलंब जारी नहीं किया गया तो संगठन आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा. ऐसे कोई भी घटना के लिए सम्पूर्ण जिम्मेंदारी विभाग की होगी.
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दरअसल अभी पूरे देश में कोरोना की वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है. वाराणसी में भी बड़ी संख्या में लोग वैक्सीनेशन करा भी चुके हैं. लेकिन सरकारी व निजी दफ्तरों के कई कर्मचारियों ने अब तक टीका नहीं लिया है. इस बात की जानकारी के बाद वाराणसी डीएम डॉ कौशल राज शर्मा ने फरमान जारी किया था 28 अगस्त तक कर्मियों के टीकाकरण का प्रमाणपत्र जमा नहीं करवाने पर वेतन रोक दिया जाएगा.
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