वाराणसी EVM विवाद: प्रत्याशियों ने DM को हटाने सहित 4 सूत्री मांग पत्र चुनाव पर्यवेक्षक को सौंपा

Somya Sri, Last updated: Wed, 9th Mar 2022, 8:33 AM IST
  • वाराणसी में ईवीएम से भरी गाड़ी पकड़ी जाने की खबर के बाद अलग अलग दलों के प्रत्याशियों ने चुनाव पर्यवेक्षक को चार सूत्री मांग पत्र सौंपा हैं. जिसमें मामले की उच्चस्तरीय जांच, डीएम को हटाने सहित 4 सूत्री मांग उठाई गई है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव के अनुसार सोमवार की देर रात को पार्टी कार्यकर्ताओं ने ईवीएम से लदी एक गाड़ी पकड़ी थी.
वाराणसी में नहीं थम रहा ईवीएम विवाद (फाइल फोटो)

वाराणसी: यूपी विधानसभा चुनाव के सातों चरण के मतदान संपन्न हो गए हैं, जिसके परिणाम 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे. इस बीच सपा कार्यकर्ताओं के दावे के अनुसार उन्होंने वाराणसी में गाड़ी से कुछ ईवीएम पकड़ी हैं. अब इस मामले पर अलग अलग दलों के प्रत्याशियों ने चुनाव पर्यवेक्षक को चार सूत्री मांग पत्र सौंपा हैं. जिसमें वाहन से ईवीएम बाहर ले जाने की उच्चस्तरीय जांच हो, चुनाव के दिन की ईवीएम और कंट्रोल यूनिट की सूची प्रत्याशियों को उपलब्ध कराई जाए, कथित तौर पर मतगणना प्रशिक्षण के लिए ले जाये जा रहे ईवीएम और कंट्रोल यूनिट की सूची उपलब्ध कराई जाए, निष्पक्ष मतगणना के लिए मंडलायुक्त व डीएम को हटाया जाने की मांग उठाई गई है.

मामला क्या है?

दरअसल, सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर भाजपा की योगी सरकार और बनारस के डीएम पर कई बड़े आरोप लगाए हैं. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का आरोप है कि सोमवार देर रात ईवीएम लदी तीन गाड़ियां कहीं भेजी जा रही थी. सपा के लोगों ने एक गाड़ी पकड़ ली और इस दौरान दो गाड़ियां वहां से भाग निकली. अखिलेश यादव ने कहा है कि काउंटिंग से पहले ही बेइमानी की तैयारी हो रही है. बनारस के डीएम बेइमानी करा रहे हैं. वहीं ओमप्रकाश राजभर ने भी कहा कि भाजपा को बनारस में अपनी जीत पर भरोसा नहीं है. बेइमानी की तैयारी हो रही है.

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इधर डीएम ने उनके इस आरोप को नकार दिया. जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा का कहना था कि ये सभी ईवीएम का चुनाव से कोई सम्बन्ध नहीं है. सभी ईवीएम 10 मार्च को होने वाली मतगणना के लिए लगे कर्मियों को कल दी जाने वाले ट्रेनिंग के लिए यूपी कालेज भेजी रही थी. उन्होंने कहा था कि इन मशीनों को काउंटिंग करने वाले कर्मचारियों की ट्रेनिंग के लिए लाया जा रहा था. लोगों ने असली ईवीएम समझकर उन्हें पकड़ ली. विवाद होने के बाद प्रशासन ने फैसला लिया है कि बुधवार को कर्मचारियों की ट्रेनिंग अब बिना ईवीएम के ही करवाई जाएगी.

सोनभद्र में भी हंगामा

बता दें कि मंगलवार को सोनभद्र के घोरावल में मतगणना सेंटर परिसर में बैलेट बॉक्स और बैलेट पेपर से लदी गाड़ी पहुंचने पर सपाइयों ने प्रशासन पर पोस्टल बैलेट बदलने और हेराफेरी का आरोप लगाते हुए नारेबाजी और प्रदर्शन किया. इसके बाद सपा जिलाध्यक्ष विजय यादव ने मांग किया था कि उन्हें स्ट्रांग रूम के बाहर जगह दी जाए ताकि ईवीएम और वहां रखी मतपेटियों की रखवाली की हो सके. जबकि इस पर एसडीएम रमेश कुमार ने सफाई देतेे हुए कहा था कि ईवीएम में लगाने वाले मतपत्र जमा करने के लिए वाहन जा रहे थे. गाड़ी में मतपत्र लदे हुए नहीं थे बल्कि चुनाव से जुड़ी स्टेशनरी ले जाई जा रही थी.

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