वाराणसी में परेशान किसान ने कुर्ते पर लिखकर जताया विरोध, जानें मामला
- वाराणसी के तहसील राजातलाब पर जनसुनवाई के दौरान मंगलवार को किसान अशोक दुबे ने दस बार प्रार्थना पत्र देने के बाद भी सुनवाई नहीं होने पर कुर्ते के पीछे लिखकर अनोखे अंदाज में विरोध जताया. किसान अशोक ने कहा कि बाबतपुर-भदोही फोरलेन में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया किसानों को मुआवजा दिए बिना शुरू कर दी है.

वाराणसी. तहसील राजातलाब पर जनसुनवाई के दौरान मंगलवार को एक किसान ने दस बार प्रार्थना पत्र देने के बाद भी सुनवाई नहीं होने पर कुर्ते के पीछे लिखकर अनोखे अंदाज में विरोध जताया. इस किसान का नाम अशोक दुबे है और वह कपसेठी का रहने वाला है. किसान अशोक दुबे ने आरोप लगाया कि लगातार शिकायत करने के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही. लेखपाल ने मनमाने तरीके से रिपोर्ट लगा दी है. आगे उन्होंने बताया कि जनसुनवाई के दौरान अभी तक दस बार प्रार्थना पत्र पर दे चुका हूँ लेकिन फिर भी सुनवाई नहीं हुई. इसी वजह से अधिकारियों का ध्यान दिलाने के लिए कुर्ते पर लिखने का कदम उठाया.
किसान अशोक दुबे ने कहा कि बाबतपुर-भदोही फोरलेन में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया किसानों को मुआवजा दिए बिना शुरू कर दी गई है. आरोप लगाया कि लेखपाल की मनमाने तरीके से रिपोर्ट लगाने के बाद हाई कोर्ट से जांच हुई थी. इसके बाद सही रिपोर्ट लगाने के बाद भी लेखपाल नहीं सुन रहा है. किसानों ने कहा कि लेखपाल ने रिश्वत भी मांगी थी. इस पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ को भी की जा चुकी है.
जनसुनवाई में दौरान कई लोगों ने शिकायत की कि तालाब का पट्टा का कर्मचारियों ने बिना विज्ञापन और प्रक्रिया के अपने मन मुताबिक कर दिया है. बता दें कि 23 फरवरी को ही राजातलाब तहसील पर एक व्यक्ति ने जहरीला पदार्थ पी लिया था.
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