वाराणसी:राष्ट्रीय चैनल से जुड़े पत्रकार ने नदी में कूदकर दी जान,सुसाइड नोट बरामद

Smart News Team, Last updated: Fri, 14th Aug 2020, 8:32 AM IST
  • वाराणसी. बैग से मिले चार पेज के सुसाइड नोट में लिखी बातें पुलिस को उलझा रही. सुसाइड नोट पर महिला मित्र को नेक दिल इंसान बताया, कहा आर्थिक तंगी के समय की सहायता. दोस्त के बारे में भी सुसाइड नोट में लिखा, ढाई लाख रुपए लेकर दोगुना करने का किया था वादा, लेकर हुआ फरार.
प्रतीकात्मक तस्वीर 

वाराणसी। वाराणसी में राष्ट्रीय टीवी चैनल से जुड़े एक पत्रकार ने गुरुवार को नदी में कूदकर जान दे दी जिसके बाद सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को नदी से बाहर निकलवाया इसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

ज्ञात हो कि एक राष्ट्रीय टीवी चैनल से जुड़े 32 वर्षीय रोहित श्रीवास्तव ने गुरुवार को गंगा में कूदकर जान दे दी. ऑटो से विश्वसुंदरी पुल पर पहुंचने के बाद अपना बैग डिवाइडर पर रखकर गंगा में कूद गया. बैग में मोटरसाइकिल की चाबी और कागजात मिले. कागजात के आधार पर पुलिस ने परिजनों से संपर्क किया. बैग से मिले चार पेज के सुसाइड नोट से कुछ ऐसी बातें लिखी हैं जो उलझा रही हैं.

रोहित के भाई ने एक महिला दोस्त पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है तो वहीं सुसाइड नोट में अपनी महिला दोस्त के बारे में लिखते हुए रोहित ने तारीफ की है. सुसाइड नोट में लिखा है कि जब आर्थिक संकट से गुजर रहा था तो उसने काफी मदद की है. वह बेहतर इंसान है.

यह भी लिखा है कि काफी कर्ज होने से वह हताश और निराश था. उसने मां, पिता, भाई, बहन, दोस्तों के बारे में लिखा है. सभी को बेहतर इंसान बताते हुए माफी भी मांगी है. सीओ चेतगंज अनिल कुमार ने बताया कि गंगा में कूदकर जान देने वाले रोहित दवा व अन्य कारोबार से जुड़ा हुआ था.

एक बाबा के बारे में भी लिखा है. बताया है कि उस बाबा ने बताया था कि रोहित की उम्र 35 साल से अधिक नहीं है, जो कि सच साबित होने जा रही है. एक और दोस्त के बारे में लिखा है कि उसने उसे धोखा दिया. ढाई लाख रुपये लिये, जल्द दोगुना होने के बाद लौटाने को कहा था, लेकिन रुपये नहीं दिये.

चंदौली का रहने वाला रोहित सिगरा पर रहता था. रोहित श्रीवास्तव चंदौली के पं. दीनदयालनगर मुगलसराय के पटेल नगर का था. वह वाराणसी में सिगरा के संत रघुवर नगर में किराए का फ्लैट लेकर रहता था. गुरुवार को गंगा में छलांग लगाने के बाद मछुआरों ने उसे बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी.

पुलिस उसे लेकर बीएचयू ट्रामा सेंटर ले गई, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इसकी जानकारी मिलते ही पिता अशोक, छोटे भाई गौरव और मां रेनू पहुंचे. शव देखकर बेसुध होकर जमीन पर गिर पड़े. पिता रेलवे से रिटायर कर्मचारी हैं.

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