काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव ने पहली बार पहनी पुलिस की वर्दी, कोरोना से करेंगे लोगों की रक्षा

Mithilesh Kumar Patel, Last updated: Sun, 9th Jan 2022, 6:05 AM IST
  • काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा काल भैरव शनिवार को बेहद खास पोशाक में दिखे. उनको पहली बार पुलिस की वर्दी पहनाई गई. और हाथों में रजिस्टर थमाया गया. भव्य श्रृंगार रूप में देख श्रद्धालु उनकी ओर आकर्षित हुए. लोगों का मानना है कि बाबा मौजूदा कोरोना महामारी से बचाएंगे और जन शिकायतों की सुनवाई करेंगे.
जनसुनवाई करते पुलिस की वर्दी में वाराणसी यानी काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा काल भैरव

वाराणसी. काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा काल भैरव शनिवार को बेहद खास पोशाक में दिखे. उनको पहली बार पुलिस की वर्दी पहनाई गई. और हाथों में रजिस्टर थमाया गया. भव्य श्रृंगार रूप में देख श्रद्धालु उनकी ओर आकर्षित हुए. लोगों का मानना है कि बाबा मौजूदा कोरोना महामारी से बचाएंगे और जन शिकायतों की सुनवाई करेंगे.

शनिवार की सुबह से काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव को पुलिस की वर्दी में देखा गया. पहली बार बाबा को भव्य वर्दी वाला श्रृंगार किया गया. पोशाक में उन्हें कोतवाल की वर्दी पहनाई गई, और हाथों में रजिस्टर पेन लेकर ये दिखाने की कोशिश की गई कि अब वह लोगों की समस्योओं का निदान करने के लिए बैठे हैं. इस विशेष श्रृंगार का मकसद लोगों को यह बताया जाना है कि मौजूदा समय में तेजी से बढ़ रही कोरोना के मामलों की संख्या पर लगाम, वायरस के खात्मे और इसकी वजह से आ रही समस्याओं से निदान दिलाने का काम वह करने के लिए तैयार बैठे हैं. वह चाहते हैं कि देश के कल्याण हो. इसलिए सभी समस्याओं की जनसुनवाई कर रहे हैं.

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जनसुनवाई करते पुलिस की वर्दी में वाराणसी यानी काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा काल भैरव

उनका यह रूप श्रद्धालुओं के मन को मोह रहा है. दर्शन पाकर वह काफी भावविभोर हो उठे. शनिवार को इस सजावट में बाबा की अद्भुत झांकी देख मंदिर परिसर में श्रद्धालु की खूब भीड़ उमड़ने लगी. इस विशेष झांकी में बाबा को यूपी पुलिस की वर्दी में सजाया गया. उनके सर पर यूपी पुलिस की टोपी, सीने पर बैठ और कंधों पर सितारे चमकते नजर आए. सामने चौकी में बैठे कोतवाल की भांति टेबल पर यूपी पुलिस की तर्ज पर पेन कॉपी, सरकार कच्ची घंटी, मोबाइल तक प्रसाद के रूप में अर्पित किया गया है. इस मौके पर बाबा को अति प्रिय मदिरा जलपान का भी प्रबंध कराया गया. इस मनोरम झांकी को देख श्रद्धालु भावुक हुए और बाबा से अपने सारे दुखों की पीड़ा कह डाला.

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