वाराणसी: रोहनिया इंस्पेक्टर समेत चार पुलिसवालों पर चलेगा केस, मजिस्ट्रेट का आदेश

Smart News Team, Last updated: Fri, 11th Sep 2020, 11:47 PM IST
  • वाराणसी में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने रोहनिया इंस्पेक्टर परशुराम त्रिपाठी समेत चार पुलिसकर्मियों पर केस चलाने का आदेश दिया. इन पुलिस वालों पर फर्जी मुकदमे में फंसाने का आरोप है.
वाराणसी में रोहनिया इंस्पेक्टर समेत चार पर केस चलेगा.

वाराणसी. वाराणसी के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने फर्जी मुकदमे के लिए पुलिसकर्मियों को भी नहीं बख्शा. अदालत ने रोहनिया इंस्पेक्टर समेत चार पुलिसकर्मियों पर केस चलाने का आदेश दिया. इन पुलिसकर्मियों पर दुर्व्यवहार करने, जान से मारने की धमकी और फर्जी मुकदमे में फंसाने का आरोप है.

मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने इस मामले की सुनवाई करते हुए चार पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज करने का आदेश दिया है. अदालत ने इस मामले की जांच सीओ स्तर के अधिकारी से कराने को कहा. इन पुलिसकर्मियों में रोहनिया इंस्पेक्टर परशुराम त्रिपाठी, मातलदेई के चौकी इंचार्ज जनक सिंह, एसआई अभिषेक कुमार राव और सिपाही दीपक यादव शामिल हैं. 

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वाराणसी के गौरा गांव के नलिनी उपाध्याय ने कोर्ट में आवेदन किया था. नलिनी ने आवेदन में बताया था कि उनका बड़े पिता जयकृष्ण के साथ जमीन विवाद चल रहा था. उन्होंने रोहनिया थाने के पुलिस वालों को बड़े पिता ने अपने प्रभाव में ले लिया. जिसके बाद पुलिस आए दिन नलिनी को थाने बुलाती और अपमानित करती थी. पिछले साल 21 फरवरी को एक सिपाही साथ ले गया और मारपीट करके पैसे छीन लिए.

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इस घटना की शिकायत नलिनी ने 100 नंबर पर की. शिकायत करने पर अगले दिन कई पुलिस वालों ने घर आकर तोड़फोड़ की. वारंट दिखाकर पुलिस थाने ले गए और बेरहमी से पिटाई की. पुलिस वालों ने धमकी दी कि अगर शिकायत करोगे तो फर्जी मुकदमे में फंसाकर जिंदगी खराब कर देंगे. इसको लेकर अधिकारियों से भी गुहार लगाई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं. इसके बाद नलिनी उपाध्याय ने कोर्ट का दरवाजा खटकटाया. 

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