वाराणसी: चौथे दिन भी बुनकरों की हड़ताल जारी, मांगो के लिए CM योगी को भेजा ज्ञापन

Smart News Team, Last updated: Mon, 19th Oct 2020, 12:45 AM IST
  • वाराणसी के बुनकरों ने फ्लैट रेट पर बिजली की मांग को लेकर रविवार को बैठक की. किसानो की फसल तरह बुनकरों ने अपनी बनाई वस्तुओ को क्रय करने की मांग की और अपनी मांगों को जिलाधिकारी के जरिए सीएम योगी आदित्यनाथ को भेजा.
बिजली दरों को कम कराने की मांग को लेकर बुनकरों का धरना जारी. (फाइल फोटो)

वाराणसी: वाराणसी के लोहता के बुनकरों ने फिक्स रेट पर बिजली की मांग के लिए रविवार को बैठक की. इस बैठक में वक्ताओं ने अपनी मांग रखते हुए कहा कि बुनकरों कि मांगो को जब तक मान नहीं जाता तब वह कारोबार बंद रखेंगे. जिन बुनकरों के खिलाफ आरसी जारी कि गई है उसे से भी वापस लिया जाए. बुनकरों ने जिलाधिकारी के माध्यम से अपनी मांगों को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजा है.

यह बैठक बुनकरों ने फिक्स रेट पर बिजली कि मांग के लिए किया. इस बैठक में मौजूद वक्ताओं ने अपनी बात रखते हुए कहा कि बुनकरों की आबादी लगभग डेढ़ लाख के करीब है. ऐसे में बुनकरों को फिक्स रेट पर बिजली दी जाय और जिन बुनकरों के खिलाफ भी आर सी जारी हुई है उसे वापस लिया जाए. बुनकरों द्वारा तैयार की गई साड़ी को किसानों की फसलों की तरह ही क्रय किया जाए. ऐसा करने से कुटीर उद्योग को बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा बुनकरों के ऊपर दर्ज हुए मुकदमों को भी वापस लिया जाय.

वाराणसी: बुनकरों के समर्थन में आए साड़ी व्यापारी, 21 अक्टूबर तक कारोबार बंद

कार्यक्रम की अध्यक्षता मकबूल हसन ने किया तथा संचालन आफताब आलम कर रहे थे. इस कार्यक्रम का संयोजक प्रधान पति इम्तियाज फारुकी  ने किया. इस बैठक में अकबर महतों, बसारत अली,हैदर महतों,हाजी मुनाऊ, दरोगा महतों, मकबूल आलम, श्याम सुन्दर,मुमताज़ अली, निजाम खां, सेराज अहमद फारुकी, सहित अनेक लोग शामिल हुए. शामिल हुए लोगो ने अपनी मांग को जिलाधिकारी के माध्यम से सीएम योगी को भेजा हैं.

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आपको बता दे की बनारस के बुनकरों से इंडस्ट्रियल रेट पर बिजली का भुगतान लिया जाता है. जिसके विरोध में वहां के बुनकर फ़्लैट रेट पर बिजली की मांग कर रहे है. बुनकरों के समर्थन में अब साड़ी व्यापारी भी 21 अक्टूबर तक अपना व्यापार बन्द रखेंगे. ये बुनकर 15 अक्टूबर से अपनी मांगो के लिए विरोध प्रदर्शन के रूप में अपना कारोबार को बंद रखा है.

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