कोरोना काल में युवक ने नौकरी गंवाई,अब प्रधानमंत्री की योजना से कर रहा अच्छी कमाई

Smart News Team, Last updated: Sun, 24th Jan 2021, 1:57 PM IST
  • विश्वव्यापी कोविड-19 के संक्रमण के कारण आम हो या खास सभी को आर्थिक चोट लगी है. किसी की कमाई में कमी आई है तो किसी ने अपनी नौकरी गंवाई है. ऐसा ही कुछ कोपागंज के इंदारा के रहने वाले संजय कुमार पांडे के साथ हुआ. प्राइवेट नौकरी छूटी तो प्रधानमंत्री की योजना का लाभ लेकर अपना व्यवसाय शुरू किया. 
कोरोना काल में युवक ने नौकरी गंवाई,अब प्रधानमंत्री की योजना से कर रहा अच्छी कमाई (प्रतीकात्मक तस्वीर)

वाराणसी : मूल रूप से मऊ जिले के कोपागंज के इंदारा के रहने वाले संजय कुमार पांडे ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा लखनऊ से पूरी करने के बाद इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री हासिल की. साल 2011 में दिल्ली जाकर 2 साल तक प्राइवेट कंपनी में काम किया. वहां उनका मन ना लगा तो वह आगरा आ गई. आगरा की एक निजी कंपनी में 7 वर्षों तक कार्य किया. इसी बीच दिसंबर 2019 में पिता की तबीयत खराब होने की वजह से उन्हें घर आना पड़ा. 

 

वापस नौकरी पर जाने की तैयारी कर ही रहे थे कि कोविड-19 के संक्रमण के कारण निजी कंपनी ने संजय को घर पर ही रहने की सलाह दे डाली. लॉकडाउन के दौर में उन्हें घर में कैद होना पड़ा. नौकरी छूटी तो पेट पालने के लिए अपना व्यवसाय शुरू करने की सोची. लेकिन व्यवसाय शुरू करने के लिए पैसे की कमी को देखते हुए संजय ने गूगल पर प्रधानमंत्री की ओर से संचालित योजनाओं की खोज की. योजना का लाभ लेते हुए संजय ने लघु उद्योग के तहत सोन पापड़ी बनाने का व्यवसाय चुना. 

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1 जुलाई 2020 को फूड कंपनी के नाम से उद्योग विभाग में पंजीकरण कराया. कोरोना काल में अपने घर लौटे प्रवासी मजदूरों में कारीगरों की तलाश की. 30 कारीगर प्रवासी मजदूर संजय के साथ काम करने को राजी हो गए. फिर क्या था धंधा चल निकला, आज संजय की कारखाने से प्रतिदिन 6 से 7 कुंतल सोन पापड़ी बाजार में जा रही है. उधर घर में ही काम मिल जाने से प्रवासी मजदूर भी खुश हैं उन्हें कमाई के लिए वापस परदेस नहीं जाना पड़ा है. इस व्यवसाय से जुड़कर आज संजय अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं.

 

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