डॉ ए. वेलुमणि के संस्था का दावा, 22 फीसदी बनारस वासियों में विकसित हुई एंटीबाडी

Smart News Team, Last updated: Tue, 25th Aug 2020, 6:47 PM IST
  • वाराणसी. भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के पूर्व वैज्ञानिक और प्रख्यात एंटीबॉडी विशेषज्ञ डॉ ए. वेलुमणि की जांच संस्था ने दवा किया है कि बनारस सहित देश के 117 शहरों में करीब 22 प्रतिशत लोगों की कोरोना से लड़ने रोग प्रतिरक्षा क्षमता बन चुकी है.
प्रतीकात्मक तस्वीर 

वाराणसी. कोरोना को लेकर बनारस के लोगों के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है. भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के पूर्व वैज्ञानिक और प्रख्यात एंटीबॉडी विशेषज्ञ डॉ ए. वेलुमणि की जांच संस्था का दावा है कि बनारस के लगभग 22 प्रतिशत लोगों में कोरोना के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता (एंटीबॉडी) तैयार हो चुका है. संस्था के दावे के अनुसार देश के 117 शहरों में किए गए सीरो पॉजिटिविटी सर्वे के मद्देनजर ये आंकड़े सामने आए हैं.

डॉ. वेलुमणि ने यूपी के बनारस सहित आठ शहरों में सीरो पॉजिटिविटी के आंकड़ें जारी किए हैं. सर्वे के जारी किए गए आंकड़ों में 200 से अधिक लोगों का परीक्षण किया गया. आठ शहरों में वाराणसी के सर्वाधिक 21.94 प्रतिशत लोगों में कोरोना के खिलाफ एंटीबाडी पाई गई है. बनारस में कुल 447 लोगों की जांच की गई जिनमें से 98 में एंटी बॉडी होने की जानकारी मिली है.

डॉ. वेलुमणि ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इन आंकड़ों को शेयर किया है. डा. वेलुमणि का कहना है कि वाराणसी में एंटीबाडी की मात्रा यूपी के अन्य शहरों से अधिक है. शहर की आबादी यदि 20 लाख से ज्यादा मानी जाय तो तकरीबन चार लाख लोग कोरोना वायरस के संपर्क में आए हैं और बिना किसी चिकित्सा उपचार के स्वस्थ भी हो गए हैं. कोरोना संक्रमण से उनमें रोग के कोई लक्षण भी उजागर नहीं हुए. चिकित्सा वैज्ञानिकों के अनुसार मानव शरीर पर जब किसी वायरस का हमला होता है तो शरीर की रोग प्रतिरक्षा की क्षमता एक्टिव हो जाती है. शरीर में वायरस का मुकाबला करने के लिए एंटी बॉडी बनने लगते हैं जो वायरस को मार देते हैं. एक बार एंटी बॉडी बनने के बाद कोई व्यक्ति दोबारा उस संक्रमण का जल्द शिकार नहीं होता.

सर्वे से पहली बार यूपी के विभिन्न शहरों में कोरोना संक्रमण और लोगों में एंटी बॉडी विकसित होने के आंकड़े सामने आए हैं. उल्लेखनीय है कि सरकारी स्तर पर अब तक केवल राजधानी दिल्ली, मुंबई और अहमदाबाद जैसे शहरों में सीरो पाजिटिविटी सर्वे किये गए हैं. उत्तर प्रदेश में सरकारी स्तर पर जल्द सर्वे शुरू होने वाला है.

लखनऊ में 12.75 और आगरा में 20.79 प्रतिशत लोगों में एंटीबॉडी

देश के अन्य शहरों की स्थिति प्रतिशत के लिहाज से ये आँकड़े इस प्रकार है- लखनऊ-12.75 प्रतिशत, आगरा- 20.79, बरेली-9.74, गौतम बुद्ध नगर- 18.31, गाज़ियाबाद- 21.58 और मेरठ- 15.88 प्रतिशत.

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बिजनौर में सबसे कम 1.19 लोगों में एंटीबॉडी विकसित होने की जानकारी सामने आई है.

डॉ. वेलुमणि ने देश के विभिन्न राज्यों के तुलनात्मक आंकड़ें भी जारी किए है. जिसके अनुसार 17 राज्यों में सर्वाधिक एंटीबॉडी बिहार में (39.45) तथा सबसे कम गोवा में (9.38 ) में पाई गई. यूपी में सीरो पॉजिटिविटी 17.76 प्रतिशत है और लगातार यह संख्या बढ़ती जा रही है. पूरे देश के लिहाज से करीब 28 प्रतिशत लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ गई है.

आंकड़ों के बारे में डॉ वेलुमणि ने यह स्पष्ट किया है कि ये आँकड़े संस्था में जांच के लिए आए रोगियों पर आधारित हैं. यह लोगों पर किया गया आम सर्वे नहीं हैं. फिर भी ये आंकड़ें संक्रमण के प्रसार और एंटीबॉडी की मौजूदगी के बारे में एक निश्चित संकेत देते हैं.

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