246 करोड़ से संवरेगा बीएचयू,विश्वस्तरीय होगा अस्पताल

Smart News Team, Last updated: Wed, 18th Nov 2020, 7:56 PM IST
  • 246 करोड़ से बीएचयू का कायाकल्प जल्द से जल्द शुरू किया जाए.इसके बाद बीएचयू परिसर व अस्पताल का नजारा ही बदल जायेगा और बीएचयू विश्वस्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित यूनिवर्सिटी बनेगी.
बीएचयू में अब 246 करोड़ रुपए से कायाकल्प कराया जाएगा

वाराणसी. बीएचयू के दिन अब बहुरने वाले हैं.बीएचयू में अब 246 करोड़ रुपए से कायाकल्प कराया जाएगा जिससे अस्पताल में तमाम सुविधाएं और विश्वविद्यालय परिसर व आइएमएस का सौन्दर्यीकरण कार्य होगा. मंगलवार को बीएचयू के कार्यकारिणी परिषद की बैठक में यह फैसला लिया गया है. कार्यकारिणी परिषद (ईसी) की बैठक मंगलवार को दिन में 12 बजे से शुरू होकर देर शाम तक चली. इस दौरान बैठक में इस बात पर भी सहमति बनी कि स्वीकृत धनराशि 246 करोड़ से बीएचयू का कायाकल्प जल्द से जल्द शुरू किया जाए. इसके बाद बीएचयू परिसर व अस्पताल का नजारा ही बदल जायेगा और बीएचयू विश्वस्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित यूनिवर्सिटी बनेगी.

बैठक में यह तय किया गया कि छात्रावास निर्माण, विभागों के भवनों के मरम्मत, आयुर्वेद व मेडिकल दोनों अस्पताल की सुविधाओं में वृद्धि और चिकित्सा विज्ञान संस्थान में शोध और अनुसंधान को बढ़ावा दिया जाएगा. साथ ही मैथिली भाषा के विकास के लिए बीएचयू में एक मैथिली सेंटर का निर्माण किया जाएगा. बैठक में चार नवंबर को विद्वत परिषद द्वारा लिए गए निर्णयों को भी ईसी की बैठक में स्वीकृति दी गई, जिसमें वैक्सीन रिसर्च सेंटर, शारीरिक शिक्षा विभाग को संकाय का स्वरूप और वैदिक योग व प्राकृतिक चिकित्सा विज्ञान पर स्नातक कोर्स समेत 40 से ज्यादा एजेंडों पर सहमति बनी है.

वाराणसी: पुलिस की टीम पर हमला, मुजरिम के घरवालों ने फोड़ा हेड कांस्टेबल का सिर

बता दें कि एक हजार करोड़ रुपये इंस्टीटयूट आफ एक्सीलेंस के तहत धन भारत सरकार की ओर से मुहैया कराया जा रहा है.मंगलवार को स्वीकृत धन से अस्पताल में इलाज की सुविधाओं को बेहतर करते हुए आधुनिक मशीनें स्थापित की जाएंगी. वहीं अस्पताल को एम्स बनाने की दिशा में अनुसंधान को बढ़ावा देते हुए तकनीक को अत्याधुनिक किया जाएगा. इसके अलावा एक विश्व स्तरीय निदान की सुविधा बीएचयू में मरीजों को उपलब्ध कराई जाएगी. इसके अलावा इस धनराशि से चिकित्सा विज्ञान संस्थान में टीके के निर्माण व रिसर्च पर जोर दिया जाएगा. आयुर्वेदिक चिकित्सा को वैज्ञानिक कसैटियों पर साबित करने के लिए भी रिसर्च व समन्वयन पर बढ़ावा दिया जाएगा.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें