कैंट व शिवपुरी रेलवे स्टेशन का भी होगा विकास और सौन्दर्यीकरण

Smart News Team, Last updated: Thu, 19th Nov 2020, 3:01 PM IST
  • स्टाम्प एवं पंजीयन मंत्री रवींद्र जायसवाल ने कहा कि वाराणसी धर्म, अध्यात्म और संस्कृति का प्रमुख केन्द्र है, जिस कारण आये दिन हजारों पर्यटको का आना जाना होता है. ऐसे में शहर के अंतर्गत आने वाले रेलवे स्टेशनों का विकास बहुत ज़रूरी है.
स्टाम्प एवं पंजीयन मंत्री रवींद्र जायसवाल ने कहा रेलवे स्टेशनों का विकास बहुत ज़रूरी है

वाराणसी. पर्यटकों की बढ़ रही संख्या और आकर्षण के कारण वाराणसी के केंट और शिवपुर रेलवे स्टेशन का अब विकास व सौन्दर्यीकरण किया जाएगा.इसके बाद अब स्टेशन में मूलभूत सुविधाओं को विकसित किया जाएगा और स्टेशनों पर वाराणसी के महापुरुषों के चित्र व उपदेश उकेरने के साथ यात्रियों को मंत्रमुग्ध करने के लिए मधुर संगीत की धुन भी सुनाई देगी. इसके अलावा रेलवे कर्मचारियों की जर्जर हो चुकी कालोनियों का भी पुनिर्माण व विकास किया जाएगा.इसके लिए कार्ययोजना तैयार हो गयी है जल्द योजना को अमल में लाया जाएगा. इसके लिए बुधवार को राज्यमंत्री रवींद्र जायसवाल ने उत्तर रेलवे के डीआरएम संजय त्रिपाठी व एडीआरएम अश्वनी कुमार श्रीवास्तव के साथ विधानसभा स्थित कार्यालय पर बैठक की.

रेलवे अधिकारियों के साथ हुई बैठक में स्टाम्प एवं पंजीयन मंत्री रवींद्र जायसवाल ने कहा कि वाराणसी धर्म, अध्यात्म और संस्कृति का प्रमुख केन्द्र है, जिस कारण आये दिन हजारों पर्यटको का आना जाना होता है. ऐसे में शहर के अंतर्गत आने वाले रेलवे स्टेशनों का विकास बहुत ज़रूरी है. उन्होंने डीआरएम संजय त्रिपाठी से कहा कि वाराणसी केंट रेलवे स्टेशन के कर्मचारी आवास जीर्ण शीर्ण व विगत 70 वर्ष पुराने हैं जिनके गिरने का खतरा बना रहता है इसलिए इन आवासों के पुनरुद्धार व बहुमंजिला नवनिर्मित भवन बनाने का प्रस्ताव बनाते हुए कर्मचारियों को स्थापित करने व रेलवे कालोनियों के सीवर व पेयजल की व्यवस्था दुरुस्त की जाए. 

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उन्होंने यह भी कहा कि वाराणसी कैंट व अलईपुरा स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक के समानांतर सड़क को पक्का किया जाए. इसके अलावा वाराणसी शिवपुर रेलवे स्टेशन में शौचालयों व रोशनी की समुचित व्यवस्था नही है जिसको दुरस्त किया जाए. उन्होंने कहा कि शिवपुर स्टेशन पर आने वाली प्रमुख गाड़ियों का ठहराव करना बहुत ज़रूरी है जिससे कैंट स्टेशन पर आने वाली भीड़ भी कम हो जाएगी.

उन्होंने स्टेशन पर काशी के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए महापुरुषों जैसे कबीरदास, उस्ताद बिस्मिल्लाह खान, गिरिजा देवी आदि काशी की संस्कृति से जुड़े व देश की महान विभूतियों के चित्र व उपदेश उकेरने और यात्रियों को काशी की फ़िज़ा का अहसास कराने हेतु हल्की धुन पर संगीत चालू करने को कहा. राज्यमंत्री ने अधिकारियों को स्टेशनों पर बनारसी खान-पान के लिए भी प्लेटफार्म पर स्टाल आवंटित करने का निर्देश दिया. अंत में उन्होंने मंडल रेलप्रबंधक से टीम के साथ शीघ्र निरीक्षण करने के निर्देश दिए.

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