राम मंदिर निर्माण से विश्व में बढ़ेगा देश का स्वाभिमान
- वाराणसी.आत्मनिर्भर भारत के लिए गंगा तट पर हुई श्रीराम की आरती देशवासियों की ख़ुशहाली व स्वस्थ जीवन के लिए श्रीराम की हुई पूजा अर्चना तुलसीदास द्वारा रचित चौपाइयों से गूंजा दशाश्वमेध घाट।
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वाराणसी। राम मंदिर निर्माण से पहले मंगलवार को वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर देशवासियों की सुख समृद्धि व शांति के लिए भगवान श्री राम की पूजा-अर्चना की गई। साथ ही देश को आत्मनिर्भर बनाने के कदम में घाट पर ही भगवान श्री राम की आरती हुई। नमामि गंगे द्वारा मंगलवार को दशाश्वमेध घाट पर कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
इस दौरान देश को आत्मनिर्भर बनाने व लोगों के कल्याण के लिए रामचरितमानस पाठ आयोजित किया गया। सैकड़ों श्रद्धालु तुलसीदास द्वारा रचित चौपाइयों से प्रभु श्रीराम के चरित्र का गुणगान गाते हुए नजर आए। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम व अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर के चित्र की आरती उतारी गई। इसके बाद श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया गया। श्रद्धालुओं ने कोरोना महामारी और आतंकवाद के समूल नाश की प्रार्थना की। संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि भगवान श्री राम के वजूद पर हिंदुस्तान को नाज है । भगवान श्री राम की जन्मस्थली अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण भारतीय समाज के खंडित स्वाभिमान की पुनः प्रतिष्ठा है ।
भारतवर्ष को एक सूत्र में पिरोने वाले राम मंदिर निर्माण से भारतीयों की आस्था जुड़ी हुई है। राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन सनातनी संस्कृति के परम वैभव का दिन है। इस दौरान सभी श्रद्धालुओं से बुधवार की शाम दीए जलाने की अपील की गई। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग व सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए आयोजन में काशी प्रांत के संयोजक राजेश शुक्ला, महानगर सहसंयोजक शिवम अग्रहरी, रामप्रकाश जायसवाल सत्यम जायसवाल आदि उपस्थित रहे ।