Dev Deepawali 2021: क्यों मनाई जाती है देव दीपावली, क्या है इसकी पौराणिक कथा और महत्व

Pallawi Kumari, Last updated: Sun, 14th Nov 2021, 5:58 AM IST
  • हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन और दिवाली के 15 दिन बाद देव दीपावली मनाई जाती है. इस दिन काशी घाट से लेकर लोह अपने घरों में दीये जलाते हैं और साथ ही इस दिन कार्तिक मास का स्नान भी महत्व है.  इस साल देव दीपावली का पर्व 18 नवंबर को मनाया जाएगा. आइये जानते हैं देव दीपावली की पौराणिक कथा के बारे में.
देव दीपावली कथा और महत्व

हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर साल दिवाली के 15 दिन बाद और कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि को देव दीपावली का त्योहार मनाया जाता है. इस बार देव दीपावली का त्योहार 18 नवंबर को मनाया जाने वाला है. वैसे तो देशभर में देव दीपावली का त्योहार बड़ ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है कि लेकिन खासकर गंगा नदी के तट पर इस त्योहार को मनाया जाता है. देव दीपावली के दिन गंगा नदी घाट पर हजारों दीये की जगमगाहट देखने को इस दिन देखने को मिलती है. मान्यता है कि इस दिन काशी की पवित्र भूमि पर सारे देवी देवता आते हैं दिवाली मनाते हैं. आइये जानते हैं देव दीपावली से जुड़ी पौराणिक कथा और इसका महत्व.

देव दिवाली का महत्व- मान्यता है कि देव दीपावली के दिन देवता सभी देवी देवता पृथ्वी पर आकर गंगा में स्नान करते हैं. इसलिए इस दिन गंगा में स्नान करने और दीपदान करने का बहुत महत्व माना जाता है. इससे सभी देवी देवता प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद देते हैं.

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देव दीपावली की बार त्रिपुरासुर वध पौराणिक कथा- एक बार नाम कात्रिपुरासुर राक्षस ने अपने आतंक से मनुष्यों सहित देवी-देवताओं और ऋषि मुनियों सभी को परेशान कर दिया था. उसके त्रास से हर कोई त्राहि त्राहि कर रहा था. तब सभी देव गणों ने भगवान शिव से उस राक्षस का वध करने की गुहार लगाई, जिसके बाद भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया. इसी खुशी में सभी इससे देवी देवता शिव जी का आभार व्यक्त करने के काशी में पधारे और खुशी में दीप जलाए. कहा जाता है कि उस दिन कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि थी. यही कारण है कि हर साल इसी दिन काशी में   देव दीपावली मनाई जाती है.

देव दीपावली स्वर्ग प्राप्ति पौराणिक कथा- एक कथा यह कि, बाली से वामनदेव द्वारा स्वर्ग की प्राप्ति की खुशी में सभी देवताओं ने मिलकर कार्तिक मास की पूर्णिमा को खुशी मनाई और गंगा तट पर दीप जलाए थे. तभी से देव दिवाली मनाई जाती है.

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