वाराणसी : ट्रिन...ट्रिन...। सुनो भईया, सुनो रे बहना... पर्यावरण है धरती का गहना
- ट्रिन...ट्रिन...ट्रिन... साइकिल की घंटी बजा कर मनीष पटेल गांव गांव जाकर लोगों के बीच पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता की अलख जगा रहे हैं. गर्मियों में जल संरक्षण तो वसंत ऋतु में पर्यावरण संरक्षण का मनीष ने संकल्प लिया है.

वाराणसी : लीक से हटकर जागरूकता की मशाल जलाए जा रहे मनीष पटेल वाराणसी जिले के खेवली गांव के प्रगतिशील किसान हैं. खेती किसानी के काम के बाद जो भी समय शेष बचता है मनीष इस मुहिम को पूरा करने में लग जाते हैं. अपने जागरूकता भ्रमण के दौरान मनीष गांव गांव जाकर पहले साइकिल की घंटी बजाते हैं फिर बाद में लोगों के इकट्ठे होने पर वह साइकिल पर लगाई गई पटका पर लिखें स्लोगन सुनो भैया सुनो रे बहना, पर्यावरण है धरती का गहना. हमारे भैया और बहना पेड़ काटोगे तो पछताओगे, संकट में जीवन देख कर आंसू बहा दे.
आओ हम सब संकल्प लें पेड़ पौधों का जीवन भर साथ निभाएंगे, होलिका की रस्म करेंगे अदा, गोबर की उपली जलाएंगे सदा. अपनी इस मुहिम के कारण आज मनीष पटेल पर्यावरण संरक्षण की जीती जागती मिसाल माने जाते हैं. मनीष ने अपनी इस मुहिम को जन मुहिम बनाते हुए अपने गांव के बच्चों को भी जोड़ लिया है जो सोशल मीडिया पर भी अभियान चला रहे हैं. उनके इस अभियान में लोटन पटेल अमन खुशी पप्पू पटेल प्रियंका अनुष्का रागिनी आयुष पाल किरण पटेल रंजीत रामबली और अमन कुमार कंधे से कंधा मिलाकर साथ दे रहे हैं.
वाराणसी : एक अप्रैल से करा सकेंगे वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सीटों का रिजर्वेश
मनीष बताते हैं कि वह पिछले 10 साल से पर्यावरण संरक्षण से लेकर जल संरक्षण के प्रति जागरूकता की मुहिम चला रहे हैं. बताते हैं कि उनको इसकी प्रेरणा एम कॉम करने के बाद डिप्लोमा इन एनवायरमेंटल साइंस से पोस्टग्रेजुएट करते समय मिली थी. तब से वह गांव की पगडंडियों से लेकर शहर की पक्की सड़कों पर साइकिल से घूम कर प्रतिदिन लोगों को जागरूक कर रहे हैं.
अन्य खबरें
वाराणसी : लॉकडाउन ने नौकरी छुड़ाई, रमेश को स्ट्रॉबेरी की खेती याद आई
वाराणसी : कवियों के नाम रही काशी विद्यापीठ शताब्दी समारोह के दूसरे दिन की शाम
वाराणसी : 55वीं राष्ट्रीय क्रास कंट्री दौड़ में काशी की पांच महिला एथलीट चयनित
वाराणसी : ग्रीन काशी बनाने को 18 लाख पौधे रोपित किए जाने का लक्ष्य