वाराणसी : कवियों के नाम रही काशी विद्यापीठ शताब्दी समारोह के दूसरे दिन की शाम

Smart News Team, Last updated: Fri, 12th Feb 2021, 3:05 PM IST
  • स्थापना के 100 साल पूरे होने पर काशी विद्यापीठ परिसर में आयोजित शताब्दी महोत्सव समारोह के दूसरे दिन की शाम कवियों के नाम रही. महोत्सव में आयोजित कवि सम्मेलन में नामचीन कवियों ने अपने हास्य व्यंग के हुनर से मौजूद लोगों का खूब मनोरंजन किया.
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ (फाइल तस्वीर)

वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्थापना के 100 साल पूरे हो गए हैं. इस मौके पर विद्यापीठ प्रशासन की ओर से शताब्दी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. सप्ताह भर चलने वाले इस महोत्सव के दूसरे दिन गांधी अध्ययन पीठ सभागार में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. डिस्कवर सम्मेलन की शुरुआत कानपुर के मशहूर कवि हेमंत पांडे ने अपनी कविताओं के माध्यम से हास्य व्यंग की फुहार से राजनीति के जटिल मुद्दों पर ध्यान आकर्षित किया.

वही लखनऊ से आए कवि अभय सिंह ने अपनी निर्भीक शैली में काव्य पाठ कर वीरता बोल के भावों को प्रकट किया. जबलपुर की कवित्री मनिका दुबे ने भगवान राम पर लिखी कविता का पाठ किया. उनकी कविताओं पर सभागार में मौजूद श्रोताओं ने ताली बजाकर उनके काव्य पाठ की सराहना की. वही कवि सम्मेलन में आई दूरदराज के डॉ अनिल चौबे डॉ कुमार विमलेंदु सिंह नुसरत अतीक डॉ कलाम कैसर ने काव्य पाठ कर लोगों को खूब गुदगुदाया. 

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इस मौके पर काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रोफेसर डी एन सिंह ने चंद्रकांता धारावाहिक के क्रूर सिंह नाम से मशहूर हुए अखिलेंद्र मिश्र की काव्य संग्रह आलामृतम का विमोचन किया. वही क्रूर सिंह ने भोजपुरी कविता हमार माई का पाठ कर पूरा माहौल भोजपुरी में बना दिया. कवि सम्मेलन का संचालन डॉ शशिकांत यादव ने किया. समारोह में प्रोफेसर अनुराग कुमार प्रोफेसर निरंजन सहाय छात्र कल्याण संकाय अध्यक्ष बंशीधर पांडे सुमन ओझा आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे.

 

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