Amavasya 2022: 31 जनवरी को साल की पहली अमावस, माघ मौनी अमावस्या पर भूलकर भी न करें ये काम
- माघ मास में पड़ने वाली अमावस्या तिथि कई मायनों में खास मानी जाती है. इस बार 31 जनवरी 2022 को मौनी अमावस्या पड़ रही है. ये साल की पहली अमावस्या भी है. पितृ दोष दूर करने के लिए भी मौनी अमावस्या के दिन पूजा करना फलदायी माना गया है. लेकिन इस दिन कुछ कामों को करने से बचना चाहिए.

अमावस्या का दिन पूर्वजों के लिए जाना जाता है. शास्त्रों और पुराणों में माघ मास में पड़ने वाली मौनी अमावस्या का विशेष महत्व बताया गया है. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान कर पूजा अराधना की जाती है. इस दिन पितरों की पूजा करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है. पूजा पाठ के लिए ही अमावस्या के लिए कुछ ऐसी चीजें बताई गई है, जिसे इस दिन नहीं करना चाहिए अन्यथा कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. आइये जानते हैं मौनी अमावस्या के दिन किन चीजों को करने से बचना चाहिए.
रात में न जाएं ऐसी जगह- अमावस्या की रात सबसे काली रात होती है. इसदिन कई नकारात्मक शक्तियां जागृत होती है. इसलिए इस दिन सुनसान जगह, शमशान घाट और कब्रिस्तान आदि जैसी जगहों पर नहीं जाना चाहिए.
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भूलकर भी न खाएं ऐसी चीज- अमावस्या के दिन तामसिक भोजन और मांस-मंदिरा का सेवन न करें. सिर्फ सात्विक भोजन का ही सेवन करें. खाने में लहसुन-प्याज डालने में सावधानी बरतें.
ऐसी चीजें बिल्कुल न करें- अमावस्या के दिन ईश्वर और पितरों के ध्यान करने का दिन होता है. इसलिए इस दिन पूरी श्रद्धा व निष्ठा भाव से कोई भी काम करना चाहिए. छल, कपल, द्वेश और धोखाधड़ी जैसी चीजें इस दिन नहीं करनी चाहिए.
ऐसे रखें संयम- अमावस्या पर संयम बरतें और कर्म पर ध्यान केंद्रित करें. वाणी पर संयम रखें और किसी को भी अपनी बातों से आहत न पहुंचाएं. बहस, विवाद और झगड़े से दूर रहें.
पति-पत्नी रखें विशेष ध्यान- माघी अमावस्या के दिन पितरों के पूजा तर्पण का दिन होता है. इस दिन पितरों के कार्य किए जाते हैं. इसलिए इस दिन पति-पत्नि ब्रह्माचार्य का पालन करें. मौनी अमावस्या को मुनियों का दिन भी माना जाता है. इसलिए भी इस दिन संबंध नहीं बनाने चाहिए. इससे जीवन में कई बाधाएं उत्पन्न होती हैं.
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