वाराणसी : काशी के गौपालकों को देने को गुजरात से आई गीर गाय
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर काशी के गौपालको को उत्तम नस्ल की गाय प्रदान करने के लिए गुजरात की गीर गायों की पहली खेप काशी आ गई है. प्रशिक्षण देने के बाद इन गायों को गौपालको को सौंपा जाएगा.

वाराणसी : किसानों की आय दोगुनी करने के संकल्प को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर काशी के गौपालको को उत्तम नस्ल की गीर गाय उपलब्ध कराई जानी है. इसी क्रम में शनिवार को गुजरात से गीर गायों की पहली खेप पशु मुख्य चिकित्सा अधिकारी को प्राप्त हो गई है. वेटरनरी विभाग की माने तो अगले दो एक रोज में गायों की दूसरी खेप भी गुजरात से प्राप्त कराई जाएगी.
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी वाराणसी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंशानुरूप काशी के 100 गौपालकों को गीर गाय उपलब्ध कराई जानी है. बताया कि इसके लिए बनास डेहरी बनारस के शहंशाहपुर, पनियरा धानापुर नरसड़ा और नरोत्तमपुर के करीब 67 किसानों को पालनपुर बनासकांठा में 1 सप्ताह का प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है. प्रशिक्षणके दौरान किसानों को डेहरी के पशु चिकित्सकों द्वारा गीर गाय के रखरखाव पालन पोषण नस्ल सुधार डेयरी प्रबंधन और देरी से जुड़े अन्य व्यवसाय बायो सीएनजी और स्लारीसे कई तरह के जैविक उत्पाद बनाने मधुमक्खी पालन आलू की वैज्ञानिक खेती जल संरक्षण के लिए ड्रिप स्प्रिंकलर की खेती और किसी अवशेष प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया गया है.
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इस प्रशिक्षण में शामिल 100 किसानों को बनास डेयरी के चेयरमैन एवं गुजरात सरकार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री शंकर भाई चौधरी ने गीर गायों को देने की घोषणा की थी. शनिवार को गुजरात से 6 गीर गायों और उनके बच्चों की पहली खेप काशी पहुंची तो गौपालकों के खुशी का ठिकाना ना रहा. गीर गायों की पहली खेप काशी पहुंचने पर गोपालक जितेंद्र द्विवेदी प्रतीक कुमार बाबा सिंह विनोद सोनू आदि ने खुशी का इजहार किया है.
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