बापू की स्मृतियों को संजोए हुएहैं महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ
- महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के समापन के अवसर पर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ अलग प्रकार से मना रहा है. जिस कमरे में बापू ठहरे थे विद्यापीठ प्रशासन ने उसको बापू स्मृति दीर्घा का नाम दिया इसे विकसित करके आम लोगों के लिए खोल दिया है.
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वाराणसी: काशी विद्यापीठ प्रशासन ने मानविकी संकाय में बापू स्मृति दीर्घा को सजाकर इससे आम जनों के खोल दिया है. कोई भी यहां आकर फ्री में इस दीर्घा को देख सकता है. प्रशासन की ओर से इस दीर्घा में यह दिखाया गया है कि उन्होंने कब- कब किसको पत्र लिखा. किसने दीक्षांत भाषण दिया इसके साथ ही गांधी जी से जुड़ीं दुर्लभ चित्रों का संग्रह भी है.
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इस दीर्घा को नया लुक देने के लिए विद्यापीठ के कुलपति प्रो. टी एन इक्षरूह का सराहनीय प्रयास है. दीर्घा में अच्छे कलाकारों से बापू के बाल्यावस्था से अंतिम यात्रा तक की 17 दुर्लभ पेंटिंग को बनवाया गया है. इसके अलावा बापू के पत्रों व दुर्लभ चित्रों को फ्रेम में सजाया गया है. बापू स्मृति दीर्घा में शीशम का नया चरखा बनवाकर रखा गया है. जिसे देखकर लोग गौरवान्वित महसूस करते हैं.
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