नीति आयोग ने बनारसी साड़ी की तारीफ में जारी किया पोस्टर, बुनकर खुश
- बनारस के साड़ी उद्योग की धाक उच्च मध्यम वर्ग में ही नहीं बल्कि देश के राज्य तंत्र तक फैली हुई है. प्रधानमंत्री के लोकल फॉर वोकल अभियान से प्रेरित होकर नीति आयोग ने एक पोस्टर जारी कर बनारस के साड़ी उद्योग की जमकर प्रशंसा की है.
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वाराणसी . बता दें कि नीति आयोग ने वाराणसी के सेवापुरी विकासखंड को विकास के क्षेत्र में सरसब्ज करने के लिए गोद ले रखा है. इस कारण नीति आयोग की नजर न केवल सेवापुरी विकासखंड क्षेत्र में ही नहीं बल्कि पूरे वाराणसी जनपद पर है. काशी क्षेत्र की चाहे ऐतिहासिक धरोहर हो या फिर साड़ी उद्योग, वस्त्र उद्योग, अथवा हथकरघा उद्योग, उक्त सभी क्षेत्र नीति आयोग को प्रभावित कर रहे हैं. प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र के विकास में नीति आयोग सक्रिय भूमिका निभा रहा है. इस दीपावली पर प्रधानमंत्री ने वाराणसी क्षेत्र के साथ ही देश भर में लोकल फॉर वोकल के संदेश को जीवन शैली में ढालने की प्रेरणा से प्रेरित होकर नीति आयोग ने सोशल मीडिया पर एक पोस्टर जारी किया है.
पोस्टर में नीति आयोग ने चरके के माध्यम से बनारसी साड़ी बनाती हुई एक महिला को प्रदर्शित करते हुए बुनकरों की ठाठों में ठाठ बनारसिया कहकर प्रशंसा की है. यही नहीं नीति आयोग ने सिल्क एवं बनारसी साड़ी उत्पादन के साथ ही हथकरघा उद्योग को बनारस के योगदान के साथ ही बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर प्रदान करने वाला बताया है. गत 12 नवंबर को जारी नीति आयोग के पोस्टर में लिखा है कि वाराणसी शहर भारत में सिल्क ब्रोकेड और बनारसी साड़ी उत्पादन का केंद्र बना हुआ है जिसमें कपड़ा उद्योग रोजगार के बड़े अवसर प्रदान करता है.
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नीति आयोग ने इस पोस्ट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी को भी शेयर किया है. यही नहीं इस पोस्टर को स्वयं कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने भी अपनी सोशल मीडिया की बॉल पर साझा किया है. नीति आयोग के इस पोस्टर को आम लोग भी साझा कर बनारस के हथकरघा उद्योग बनारसी साड़ी उद्योग की प्रसादी की चर्चा कर रहे हैं.
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