कोरोना में अच्छी खबर, वाराणसी के सुंदरलाल अस्पताल में पहला सफल प्लाज्मा डोनेशन
- वाराणसी में प्लाज्मा के जरिए भी हो सकेगा कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज

वाराणसी। चिकित्सा विज्ञान संस्थान बीएचयू (BHU) के सर सुंदरलाल अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में शुक्रवार को पहला कंविलिसेंट प्लाज्मा डोनेशन सफलतापूर्वक किया गया. वाराणसी में यह प्लाज्मा डोनेशन का पहला केस है.
जौनपुर के सीएमओ कार्यालय में तैनात एक स्वास्थ्य चिकित्सा कर्मी ने कोरोना को मात देने के बाद अपना प्लाज्मा डोनेट किया. इसी तरह अन्य मरीजों से भी प्लाज्मा डोनेट करने की अपील की जाएगी. अब वाराणसी में भी प्लाज्मा के जरिए कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज हो सकेगा.
प्लाज्मा डोनेट करने वाले स्वास्थ्यकर्मी की सबसे पहले आइसीएमआर (ICMR) की गाइडलाइन के तहत जांच हुई. सभी जांचों में पूरी तरह से फिट पाए जाने के बाद प्लाज्मा डोनेट करने की प्रक्रिया शुरू की गई.
इस प्रक्रिया के दौरान उनके शरीर से प्लाज्मा सफलतापूर्वक निकाला गया तथा शाम तक जिस मरीज के लिए उन्होंने यह डोनेशन किया है.वह उनको समय से ट्रांसफ्यूस के लिए कोविड वार्ड को सूचना दे दी गई. इस पूरी प्रक्रिया में ब्लड बैंक के अकादमिक प्रभारी डा. संदीप कुमार, सीएमओ प्रभारी डा. एसके सिंह, आशुतोष सिंह सहित टीम लगी रहीें.
इस तरह होता है प्लाज्मा से कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज
प्लाज्मा उस व्यक्ति से निकाला जाता है जो कोरोना बीमारी से ठीक हुआ है. बीमारी से ठीक हुई है मरीज से प्लाज्मा निकाल कर उसे दूसरे कोरोना पॉजिटिव मरीज को चढ़ाया जाता है, जिससे वह जल्दी ठीक होता है. इस प्लाज्मा में एंटी बॉडी विकसित हो जाती है. जो रोगों से आसानी से लड़कर उन्हें समाप्त कर देती हैं.
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