वाराणसी : करोना महामारी, मूर्ति शिल्प कारों पर आफत भारी
- वाराणसी में करोना कॉल में जहां एक ओर आम आदमी की जिंदगी पर व्यापक असर डाला है. इसका जीता जागता प्रमाण दुर्गा महोत्सव से जुड़े मूर्ति शिल्प कारों पर पूरी तरह नजर आ रहा है. वही प्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई.
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वाराणसी: अनलॉक फाइव की गाइड लाइन में दुर्गा महोत्सव के आयोजनो पर पाबंदी के चलते आयोजकों में भी भारी निराशा दिखाई दे रही है. प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए वाराणसी शहर के दुर्गा महोत्सव आयोजकों ने महोत्सव के आयोजन को लेकर जिला प्रशासन से अपनी बात रखने का निर्णय लिया है.
बताते चलें कि राज्य सरकार की ओर से जारी की गई अनलॉक डाउन पांच की गाइड लाइन में सोशल डिस्टेंसिंग आदि करोना बचाओ नियमों का पूर्णतया पालन करते हुए अधिकतम 100 व्यक्तियों के शामिल होने की शर्त के साथ दुर्गा महोत्सव के आयोजन करने की अनुमति प्रदान की गई है.
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करोना बचाओ की जारी की गई गाइडलाइन से मूर्ति शिल्पकार आयोजक पूरी तरह से संतुष्ट थे किंतु हाल ही में जनपद में करोना महामारी की स्थिति को देखते हुए स्थानीय स्तर पर जिला प्रशासन की ओर से रोक लगा दी गई है. जिला प्रशासन के इस फरमान से न केवल मूर्ति शिल्प कारों पर वज्रपात हुआ है बल्कि महोत्सव के आयोजकों के साथ ही दर्शनार्थी भी निराश है. जिला प्रशासन की ओर से दुर्गा उत्सव के आयोजनों पर लगाई गई रोक के चलते मां दुर्गा की मूर्ति बनाने वाले शिल्पकारो पर सीधी पेट पर लात पड़ती नजर आ रही है.
पूजा आयोजनों पर मूर्तिया बनाकर जैसे तैसे गुजर बसर कर रहे मूर्ति शिल्प कारों के मुंह से निवाला छिनता दिखाई दे रहा है. उधर शहर के विभिन्न क्षेत्रों मैं आयोजित होने वाले दुर्गा महोत्सव के आयोजकों मैं भी आयोजन ना होने को लेकर निराशा दिखाई दे रही है. योगी सरकार द्वारा अनलॉक डाउन 5 में दुर्गा महोत्सव के आयोजन में दी गई ढील के बावजूद जिला प्रशासन के आयोजन पर पाबंदी को लेकर जिलाधिकारी से अपनी बात रखने का निर्णय लिया है.
प्रतिक्रिया----
1. घट स्थापना ही एकमात्र विकल्प
महानगर के पांडे हवेली की दुर्गा महोत्सव सम्मिलनी संस्था के आयोजक देवाशीष बताते हैं कि जिला प्रशासन की पाबंदी के बाद अब उनकी संस्था के पास घटस्थापना ही एकमात्र विकल्प नजर आ रहा है.
2. औपचारिकता की भेंट महोत्सव---
मोहल्ला कबीर नगर में संचालित सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति के सचिव जगन्नाथ घोष कहते हैं कि पाबंदी ने नवदुर्गा महोत्सव को पूरी तरह औपचारिकता के भेंट चढ़ा दिया है.
3. महामारी में एहतियात भी जरूरी----
महानगर के पांडेपुर की लायंस सोसायटी दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष लल्लू यादव कहते हैं कि करो ना महामारी से बचाव का एकमात्र उपाय सावधानी बरतना ही है जो भी स्थिति है, उनकी संस्था मानकों का पालन करेगी.
4. जिला प्रशासन के समक्ष रखेंगे अपनी बात----
अर्दली बाजार की न्यूड लाइट क्लब दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष मनोज कुमार कहते हैं कि दुर्गा महोत्सव के आयोजन रोक का फैसला मायूस करने वाला है अनलॉक डाउन फाइव मैं जारी किए गए दिशानिर्देशों को लेकर वह जिलाधिकारी से अपनी बात रखेंगे.
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