वाराणसी: पर्यटन हेतु खुला डियर पार्क व ऐतिहासिक सारनाथ मंदिर
- भगवान बुद्ध ने जहाँ पहला उपदेश दिया था लोग अब उसके भी दर्शन कर पाएंगे. वहीं पार्क प्रशासन द्वारा कोविड 19 के प्रति पूरी सतर्कता बरतने हेतु उपाय कर लिए गए हैं.

वाराणसी: बौद्ध धर्म के रमणीक और अध्यात्म का पर्यटन सारनाथ के प्रसिद्ध बौद्ध मंदिर में अब लोग भगवान बुद्ध द्वारा दिये गए प्रथम उपदेश के स्थल को निहार सकेंगे. वहीं काशी का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल डियर पार्क व पक्षी विहार भी पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है. लॉक डाउन के बाद बंद पड़े इन पर्यटक स्थलों को खुलने से आमजन आसानी से काशी के प्रसिद्ध स्थलों का नजारा कर सकेंगे. हालांकि डियर पार्क में बैठने की अनुमति नहीं होगी और पर्यटकों को सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्णतया पालन करना होगा. वहीं पार्क प्रशासन द्वारा कोविड 19 के प्रति पूरी सतर्कता बरतने हेतु उपाय कर लिए गए हैं.
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पार्क के बाहर सुरक्षाकर्मियों द्वारा थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है. इसके बाद ही पर्यटक अंदर जा पा रहे हैं. पर्यटक व बच्चे पहले यहाँ मौजूद पशु पक्षियों को दाना बिस्किट व फल खिलाते थे जो कि पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है. डियर पार्क सुबह नौ बजे से शाम पाँच बजे तक ही खुलेगा. वहीं 17 मार्च से बंद पड़े सारनाथ में स्थित ऐतिहासिक बौद्ध मंदिर में भी इस तरह के इन्तजाम किये गए हैं. फिलहाल मंदिर कमेटी की ओर से उसके खुलने व बंद होने के समय को निश्चित नहीं किया गया है पर मंदिर खुलने के बाद भीड़ को नियंत्रित रखा जाएगा. यहाँ मंदिर दर्शन के साथ लोग पक्षी विहार का भी नजारा देखने के लिए आते हैं.
महाबोधि सोसायटी ऑफ इंडिया के सचिव मेधानकर थोरो ने बताया कि मंदिर परिसर में भीड़ को इकट्ठा नहीं होने दिया जाएगा. भगवान बुद्ध ने जहाँ पहला उपदेश दिया था उस ऐतिहासिक स्थल के भी दर्शन किये जा सकेंगे.
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