वाराणसी: बीएचयू की प्रवेश परीक्षा को लेकर छात्रों ने खोला मोर्चा
- 12500 सीटों पर करीब सवा पांच लाख अभ्यर्थियों ने किया है आवेदन पीजी के लिए डेढ़ लाख जबकि बैचलर के लिए 3.75 लोगों ने किया है आवेदन विश्वविद्यालय को सूचना देने के बाद 14 अगस्त से सत्याग्रह पर बैठे हैं छात्र .

वाराणसी। बीएचयू प्रवेश परीक्षा को लेकर छात्रों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. छात्र बीएचयू की प्रवेश परीक्षा नहीं कराने को लेकर अड़े हुए हैं.
विश्वविद्यालय प्रशासन को छात्रों ने 14 अगस्त को सूचना देकर सत्याग्रह आंदोलन शुरू कर दिया. सत्याग्रह आंदोलन के 5 दिन बीत जाने के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कोई भी सक्षम अधिकारी छात्रों की सुधि लेने नहीं आया.
छात्रों का कहना है कि पिछले दिनों हुए बीएड प्रवेश परीक्षा में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही थी जिससे कई परीक्षार्थी कोरोना चपेट में आ गए. कोरोना काल में विश्वविद्यालय द्वारा प्रवेश परीक्षा कराया जाना छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ है.
इस प्रवेश परीक्षा में लगभग पांच लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल होंगे. ऐसे में काशी हिंदू विश्वविद्यालय में प्रवेश परीक्षा के खिलाफ छात्रों ने मोर्चा खोल दिया है.
प्रवेश परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर छात्रों ने विश्वविद्यालय में सत्याग्रह जारी कर दिया. छात्रों का एक गुट प्रवेश परीक्षा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है. विश्वविद्यालय के फैसले के खिलाफ छात्र नेता नीरज राय ने अधिष्ठाता भवन के बाहर अनिश्चितकालीन धरना दिया है.
छात्र नेता नीरज राय ने कहा कि वैश्विक महामारी के इस दौर में बीएचयू प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन छात्रों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ है. एनएसयूआई उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश, बिहार व बंगाल की उनकी छात्रों के टीम नीरज राय के सत्याग्रह आंदोलन का समर्थन करती है. रजत सिंह, अभिषेक राज आदि ने नीरज राय के सत्याग्रह का समर्थन किया है. वही डीएसडब्ल्यू डॉक्टर एमके सिंह ने छात्रों को समझाने का प्रयास किया.
अन्य खबरें
वाराणसी: छेड़खानी को लेकर दो गुटों में जमकर मारपीट, आधा दर्जन पुलिस की हिरासत मे