वाराणसी : सब्जी, दाल और तेल के बेतहाशा बढ़ते दाम, आम आदमी का बिगड़ा बजट
- सब्जियों में आलू प्याज़ व हरी सब्जियों के अलावा, तेल व दालों के बढ़ते दाम आम आदमी की रसोई का बजट बिगाड़ रहे हैं. नए साल व सर्दियों में सब्जी की बढ़ती पैदावार के बाद राहत मिलने की संभावना है.

वाराणसी: कोरोना काल में हुए लॉक डाउन के बाद जहाँ एक तरफ आम व्यापारी व जनता अपने बिगड़े रोजगार को पटरी पर लाने के लिए जूझ रहा है वहीं दूसरी तरफ रोज आसमान छूते सब्जी, दाल व तेल सहित राशन के भाव घर का बजट बिगाड़ रहे हैं. प्याज, लहसुन और आलू तो महंगे हो ही रहे हैं अब दाल तेल और रिफाइंड का भाव भी चढ़ता जा रहा है. हो सकता है दाम आगे और बढ़ें पर नए साल व सर्दियों में सब्जी की बढ़ती पैदावार के बाद राहत मिलने की संभावना है.
सब्जियों के दामों में पहले से ही आग लगी हुई है. स्वाद में तड़का लगाने वाली प्याज फुटकर में 45-50 रुपये बिक रहा है. रसोई में सबसे ज़्यादा उपयोग किये जाने वाला आम आदमी की पहुँच से दूर होता जा रहा है. वर्तमान में आलू 35 से 40 रुपये किलो बिक रहा है.
नया आलू 50 रुपये के भाव तक मिल रहा है. इसके अलावा दालों की बात करें तो उड़द, मूंग, काबुली चना, देसी चना के भाव में भी जबरदस्त उछाल है. जीरा भी 10 से 15 रुपये महंगा हो गया है. पोषक आहार हेतु वसा के लिए उपयोग किये जाने वाले तेल के भाव भी शिखर छू रहे हैं.
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सरसों तेल दो-ढाई माह पहले 95-100 रुपये लीटर और इसी से थोड़ा कम रिफाइंड भी था अब सरसों का तेल 120 रुपये लीटर हो गया है तो रिफाइंड 108-110 रुपये लीटर बिक रहा है. अरहर दाल 110-115 रुपये प्रति किलो हो गई है. रसोई की चीज़ों में बेतहाशा दाम वृद्धि से गृहणियां व आम आदमी पर अच्छा खासा बोझ पड़ रहा है. आने वाले समय में दाम बढ़ने की उम्मीद ज़्यादा है राहत मिलने की कम.
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