Karwa Chauth Chand Timing in Varanasi: जानें करवा चौथ 2021 की शाम वाराणसी में कब दिखेगा चांद?

Anurag Gupta1, Last updated: Sat, 23rd Oct 2021, 9:58 AM IST
करवा चौथ 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा. करवा चौथ सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और खुशहाल जीवन के लिए रखती हैं. करवा चौथ पर व्रत शुरू करने से पहले सरगी खाने की परंपरा रही है इसके बाद पूरा दिन निर्जला रहना होता है. वाराणसी में 24 अक्टूबर को महिलाएं 08 बजकर 08 मिनट पर कर पाएंगी चांद का दीदार.
करवा चौथ पर चांद देखती महिला (प्रतीकात्मक फोटो)

वाराणसी. हिंदु धर्म में करवा चौथ (Karwa Chauth) की बहुत मान्यता है. सुहागिन महिलाएं अपने पति के बेहतर स्वास्थ्य व लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं. ये पर्व साल के कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर मनाया जाता है. मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से पति की आयु बढ़ती है और वैवाहिक जीवन भी खुशहाल रहता है. इस दिन का इंतजार शादीशुदा महिलाएं बेसब्री से करती हैं.

इस बार करवा चौथ का व्रत रविवार 24 अक्टूबर को रखा जाएगा. भारत में करवा चौथ पर व्रत शुरू करने से पहले सरगी खाने की परंपरा रही है. इसको सूर्योदय से पहले खाया जाता है और फिर पूरे दिन कुछ खाया-पीया नहीं जाता है निर्जला व्रत रखा जाता है. महिलाएं पूरे सुहागन के वेश में 16 श्रृंगार करने के बाद पूजा पाठ शुरू करती हैं और करवा की कथा पढ़ती है. इसके बाद चांद निकलने पर चांद को अर्घ्य देकर पूजा की जाती है. चांद को देखने के बाद छन्नी से पति का दीदार करने के बाद पति अपने हाथों से पत्नी को पानी पिलाकर उसका व्रत खोलता है.

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यूं तो हर रात को चांद आसमान में दिखाई पड़ता है लेकिन करवा चौथ के चांद का महिलांए बेसब्री से इंतजार करती है. करवा चौथ का चांद इस दिन लाल रंग का निकलता है. चतुर्थी होने के कारण इस दिन चांद भी पूरी तरह गोलाकार और प्रकाशमय नहीं होता. अक्सर मौसम खराब होने की वजह से चांद देख पाना मुश्किल हो जाता है लेकिन महिलांए भूखे पेट अपने पति की लंबी आयु के लिए आसमान की ओर देखती रहती है. चांद दिखते ही अपने निर्जला व्रत को खोलती हैं.

अलग-अलग रीति रिवाजों से मनाया जाता:

करवा चौथ त्यौहार में सास सरगी के साथ ढेरो साज सज्जा व जरुरी सामान अपनी बहू को देती है. इसे सूर्योदय से पहले लेने के बाद सुहागिन व्रत की शुरूआत करती है. सही मायने में करवा चौथ के मौके पर सरगी सास की तरफ से बहू को दिया जाने वाला एक गिफ्ट होता है. मान्यता ये कि सास की सरगी खाने के बाद बहू पूरे दिन एनर्जी से भरी रहती हैं. ये भी कहा जाता है कि सास की गैर मौजूदगी में घर की सबसे बड़ी महिला बहू को सरगी बनाकर देती है.

वाराणसी में कब दिखेगा चांद:

रविवार 24 अक्टूबर 2021 करवा चौथ के दिन इंदौर में चंद्रोदय रात 08 बजकर 08 मिनट पर होगा. हालांकि अलग-अलग स्थानों के हिसाब से चांद निकलने के समय में अंतर होता है.

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