विंध्य कॉरीडोर परियोजना को निर्धारित समय पर पूरा कराने के लिए काम में आई तेजी

Smart News Team, Last updated: Wed, 16th Dec 2020, 11:18 PM IST
  • काशी के विश्वनाथ मंदिर की तरह मिर्जापुर की मां विंध्य कॉरीडोर परियोजना को निर्धारित समय पर पूरा कराने के लिए काम में तेजी लाई गई है. इस क्रम में प्रोजेक्ट के तहत अधिग्रहण की गई भूमि के बेनामी भी तेजी से कराए जा रहे हैं. 
फाइल फोटो

वाराणसी . बता दें कि काशी विश्वनाथ की तर्ज पर मिर्जापुर की मां विंध्यवासिनी मंदिर का विस्तार करने के लिए शासन की ओर से विंध्य कॉरीडोर परियोजना धरातल पर उतारी गई है. इस परियोजना को पूरा करने के लिए शासन की ओर से 331 करोड़ की भारी भरकम धनराशि स्वीकृत की गई है. बिंद कारी डोर परियोजना के तहत मां विंध्यवासिनी मंदिर की शिर्डी से 50 फीट चौड़ा परिक्रमा पथ का निर्माण कराया जाएगा. इस पथ परिक्रमा की परिधि में कुल 92 भवन हैं. इनमें 10 भवन सरकारी हैं तथा बीआरसी भवन निजी है. इन निजी भवनों के स्वामियों की भूमि अवगत कराने के कार्य में तेजी आई है. हर रोज 9 से 10 भवन स्वामी उप निबंधक कार्यालय में आकर बैनामा कर रहे हैं.

ऑनलाइन होने वाले बेनामी की निगरानी के लिए शासन ने विशेष सचिव पर्यटन शिवपाल सिंह को नोडल अधिकारी के रूप में नामित किया है. उन्हीं की देखरेख में अधिग्रहित भूमि का बैनामा कार्य पूरा किया जा रहा है. अब तक 16 भवन स्वामियों ने भूमि अधिग्रहण कानून के तहत अपनी भूमि का बैनामा पदेन राज्यपाल के नाम कर दिया है. मंगलवार को रजिस्ट्री कराने का चौथा दिन था इस दिन मां विंध्यवासिनी परिक्रमा पथ निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने हेतु भवन स्वामी संजय चौरसिया बालमुकुंद घनश्याम कामाख्या नारायण रुद्र कुमार त्रिपाठी पंकज द्विवेदी से अपना भवन संबंधी ऑनलाइन बैनामा करने की प्रक्रिया पूरी कराई गई.

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इस संबंध में सिटी मजिस्ट्रेट मिर्जापुर जगदंबा सिंह बताते हैं कि बिंद कारी डोर के तहत मां विंध्यवासिनी परिक्रमा के लिए अधिग्रहित की गई भूमि के बेनामे का कार्य तेजी से चल रहा है. कॉरीडोर परियोजना को निर्धारित समय पर पूरा करता है इसके लिए अधिग्रहित की गई सभी भूमि की रजिस्ट्री कार्य इस माह के अंत तक पूरा करा लिया जाएगा.

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